1. मलेरिया :आकड़े के फूल की दो डोडी (बिना खिले फूल)जरा-से गुड़ में लपेटकर मलेरिया ज्वर आने से पहले खाने से मलेरिया नहीं चढ़ता है।
2. बुखार : आकड़े की कोंपल आखिरी छोर (नया पत्ता) नागरबेल के पान में रखकर थोड़ी सी सौंफ डालकर चबायें, रस चूसते जायें। इससे हर प्रकार का बुखार, मलेरिया, वायरल, सामान्य बुखार एक बार लेने से ठीक हो जाते हैं।